डोनाल्ड ट्रम्प पर हमले के बाद किम्बर्ली चीटल ने दिया इस्तीफा
अमेरिकी सीक्रेट सर्विस की निदेशिका किम्बर्ली चीटल ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर हमले के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। चीटल की इस्तीफा के पीछे की वजह सुरक्षा व्यवस्थाओं में भारी चूक बताई जा रही है, जिसने अमेरिकी सीक्रेट सर्विस की क्षमताओं पर एक गहरा सवाल खड़ा कर दिया है।
हमला कैसे हुआ?
यह हमला पेंसिल्वेनिया में 13 जुलाई को डोनाल्ड ट्रम्प की एक बाहरी रैली के दौरान हुआ। यहां एक शूटर, थॉमस मैथ्यू क्रूक्स, मंच से केवल 135 मीटर की दूरी तक पहुंच सका, जहां ट्रम्प अपने भाषण दे रहे थे। सुरक्षा कारणों के बावजूद, शिकारी सुरक्षा घेरा पार कर गया। इससे पहले भी ट्रम्प को इरान से जान से मारने की धमकी मिली थी, इसके बावजूद सुरक्षा में इस प्रकार की चूक गंभीर चिंता का विषय है।
किम्बर्ली चीटल ने अगस्त 2022 में सीक्रेट सर्विस निदेशिका का पद संभाला था। उनकी नियुक्ति के बाद से ही सुरक्षा और संचालन में सुधार के कई प्रयास किए गए थे, लेकिन इस घटना ने सभी प्रयासों पर पानी फेर दिया। रैली के दौरान, सीक्रेट सर्विस को निशाना बनाया गया था, और इसके बाद से ही चीटल को अपने पद से इस्तीफा देने के लिए दबाव का सामना करना पड़ा।
चीटल का इस्तीफा और इसके पीछे की प्रतिक्रिया
किम्बर्ली चीटल ने अपने इस्तीफे का ऐलान सीक्रेट सर्विस के कर्मचारियों को ईमेल के माध्यम से किया। इस ईमेल में उन्होंने सुरक्षा चूक की पूरी जिम्मेदारी ली और अपनी टीम की कड़ी मेहनत का धन्यवाद किया। हालांकि, चीटल ने इस चूक के लिए क्षमा मांगी, लेकिन कर्मचारियों और सरकारी अधिकारियों का मानना है कि चीटल की जिम्मेदारी और भी गहरी होनी चाहिए थी।
कांग्रेस की एक समिति के समक्ष चीटल की लंबे समय से गवाही का इंतजार था, जो उन्होंने हाल ही में दी। इस गवाही में चीटल को डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन दोनों से कठिन प्रश्नों का सामना करना पड़ा। समिति ने चीटल से कई गंभीर सवाल किए और घटना के अन्वेषण में स्पष्टता की मांग की। चीटल ने अपनी गवाही में सुरक्षा व्यव्स्था की चूक को 'सीक्रेट सर्विस की सबसे महत्वपूर्ण संचालनात्मक विफलता' बताया। हालांकि, चीटल ने जांच के बारे में विस्तृत उत्तर देने में असमर्थता दिखाई, जिससे विधायकों में और भी नाराजगी बढ़ गई।
सीक्रेट सर्विस एजेंसी, जिसने ऐतिहासिक रूप से अमेरिकी राष्ट्रपतियों और महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाई है, अब घटित हुई इस घटना से अपनी छवि सुधारने में बड़े संकट का सामना कर रही है। एजेंसी की साख पर गहरा असर पड़ा है और इस घटना ने उनकी सुरक्षा विशेषताओं पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
अंतर्दृष्टिपूर्ण पूछताछ और नीतिगत परिवर्तन
घटना के बाद, कई सरकारी नेताओं और सुरक्षा विशेषज्ञों ने सीक्रेट सर्विस की सुरक्षा प्रोटोकॉल में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया है। नीति निर्माताओं का मानना है कि सुरक्षा में हुई इस गंभीर चूक ने एजेंसी की नीतियों और प्रक्रियाओं में सुधार की आवश्यकता को स्पष्ट किया है। अगर एसा नहीं होता है तो भविष्य में ऐसी घटनाएं फिर से हो सकती हैं।
घटना के बाद से, अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के पास अपनी सुरक्षा रणनीति में सुधार करने और अपनी क्षमताओं को पुनः स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। एजेंसी द्वारा ली गई सुरक्षा जाँच और नीतिगत परिवर्तन इस बात को स्थापित करेंगे कि वह यूएस के राष्ट्रपतियों और महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा के प्रति कितने सजग और प्रतिबद्ध हैं।
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