हमास नेता इस्माइल हनीयेह की हत्या: जानें इस घटना के बारे में सब कुछ

/ द्वारा रिमा भारती / 0 टिप्पणी(s)
हमास नेता इस्माइल हनीयेह की हत्या: जानें इस घटना के बारे में सब कुछ

हमास नेता इस्माइल हनीयेह की बहुचर्चित हत्या

हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हनीयेह की तेहरान में हत्या हो गई है, जिसे लेकर इजराइल पर आरोप लगाए जा रहे हैं। इस हत्या की खबर ने अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। इजराइल और हमास के बीच पिछले कई दशकों से संघर्ष चला आ रहा है, लेकिन इस घटना ने मध्य पूर्व में एक नए स्तर के तनाव को जन्म दे दिया है।

इस्माइल हनीयेह: एक चोटीक दर्शा की जीवनगाथा

इस्माइल हनीयेह का जीवन संघर्ष और उथल-पुथल से भरा रहा है। 1980 के दशक के अंत में उन्होंने हमास में अपनी यात्रा प्रारंभ की थी। 1989 में पहले फिलिस्तीनी विद्रोह के दौरान उन्हें इजराइल ने तीन साल के लिए जेल में डाल दिया था। 1992 में उन्हें इजराइल और लेबनान के बीच एक 'न-मानस-भूमि' में निर्वासित कर दिया गया था, लेकिन एक साल बाद वे गाजा लौट आए। 1997 में, हनीयेह हमास के आध्यात्मिक नेता के कार्यालय के प्रमुख बने।

2006 में, हमास ने राष्ट्रीय चुनावों में सबसे अधिक सीटें जीतीं और राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने हनीयेह को फिलिस्तीनी प्रधानमंत्री नियुक्त किया। लेकिन एक साल बाद, हमास ने गाजा पट्टी से अब्बास की फतह पार्टी को हटाकर हनीयेह को इस पद से हटा दिया था। 2017 में, हनीयेह हमास का राजनीतिक ब्यूरो प्रमुख चुने गए। उन्होंने हमेशा हमास के मुद्दों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रमुखता से उठाया और संगठन के लिए एक महत्वपूर्ण नेता साबित हुए।

घटना का प्रभाव और वर्तमान स्थिति

हनीयेह की हत्या ने सिर्फ हमास और इजराइल के बीच संघर्ष को नहीं बढ़ाया, बल्कि पूरे मध्य पूर्व में शांति की संभावना को खतरे में डाल दिया है। ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने हनीयेह की हत्या का बदला लेने को 'ईरान का कर्तव्य' बताया है। इससे यह साफ होता है कि इस घटना का असर सिर्फ हमास और इजराइल तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके और बड़े परिणाम हो सकते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया

इस हत्या के बाद अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भी चिंतित है। अमेरिकी प्रशासन के लिए यह नई चुनौतियां पैदा कर रही है, जो पहले से ही गाजा युद्ध को समाप्त करने और अमेरिका-सऊदी-इजराइल सामरिक संबंध को मजबूत करने की कोशिशों में लगी है। विश्लेषकों का मानना है कि इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने युद्ध के नियमों को बदलने की कोशिश की है, जिससे हमास नेताओं और ईरान के नुमाइंदों पर निशाना साधा जा रहा है।

भविष्य की संभावनाएं

हनीयेह की हत्या ने मध्य पूर्व में एक नई जटिलता ला दी है। इस घटना से ईरान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं और यह इजराइल की नीतियों पर भी नए सवाल खड़े करती है। मध्य पूर्व के संघर्ष को देखते हुए, यह कहना मुश्किल है कि भविष्य में क्या होगा। लेकिन एक बात साफ है कि इस घटना ने अंतर्राष्ट्रीय राजनीति और कूटनीति में कई नए आयाम जोड़े हैं।

हमास के लिए, हनीयेह की हत्या एक बड़ा झटका है, लेकिन यह संगठन को कमजोर नहीं कर पाएगी। इससे पहले भी हमास के नेताओं को निशाना बनाया गया है, लेकिन संगठन ने हमेशा अपनी ताकत बनाए रखी है। आने वाले समय में, यह देखना होगा कि ईरान और हमास इस पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं और यह मध्य पूर्व की राजनीति को कैसे प्रभावित करता है।

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