पहली ओवर में धुआंधार शुरुआत, फिर भी छोटी पारी
आपको पता है क्रिकेट फैंस को आजकल 14 साल के वैभव सूर्यवंशी का नाम क्यों इतना सुनने को मिल रहा है? इंग्लैंड में चल रहे इंडिया यू19 vs इंग्लैंड यू19 पहले टेस्ट की वजह से। 'बेबी बॉय' के नाम से मशहूर इस ओपनर ने मैच के पहले ही ओवर में तीन चौके जड़कर सबको चौंका दिया। लगता था कि वो यहां भी अपनी आक्रामकता का दमखम दिखा देंगे। लेकिन चौथे ओवर में ही वो एलक्स ग्रीन की शॉर्ट वाइड गेंद पर चौथा चौका मारने के चक्कर में 12 रन बनाकर आउट हो गए। गेंद ने बल्ले का टॉप एज लिया और सीधा राल्फी अल्बर्ट के हाथों में जा पहुंचा, और सूर्यवंशी की कमाल की शुरुआत छोटी सी पारी में सिमट गई।
वैभव का नाम हाल ही में क्रिकेट में उभरता हुआ चमकता सितारा बन गया है। ODI क्रिकेट में उन्होंने सिर्फ 52 गेंदों में शतक लगाकर क्रिकेट की दुनिया में हलचल मचा दी थी। सबसे कम उम्र में इंटरनेशनल सेंचुरी की उपलब्धि भी उन्हीं के नाम है। लेकिन टेस्ट मुकाबलों में हालात अलग रहते हैं। यहां सिर्फ आक्रामकता नहीं, धैर्य, तकनीक और हालात के हिसाब से खेलने की समझ भी जरूरी पड़ती है।

टीम इंडिया की वापसी की कहानी और टेस्ट क्रिकेट के सबक
वैभव के जल्दी आउट होने के बाद इंडिया यू19 टीम का दबाव में आना तय था, लेकिन कप्तान अयुष म्हात्रे ने दूसरे छोर को संभालते हुए जबरदस्त पारी खेली। उन्होंने शतक ठोक डाला और टीम को 200 के पार स्कोर तक पहुंचाया। यह दिखाता है कि किस तरह से टीम ने शुरुआती झटकों के बावजूद आक्रामक रफ्तार बनाए रखी और संभलकर रन बनाए।
इस मैच में एक खास बात सामने आई—ODI और टेस्ट क्रिकेट में फर्क कितना अहम हो जाता है। जहां वैभव सूर्यवंशी जैसे युवा खिलाड़ी सीमित ओवरों में आक्रामक बल्लेबाजी के लिए पहचान बना चुके हैं, वहीं टेस्ट क्रिकेट में शुरुआती लय और सूझबूझ का संतुलन साधना आसान नहीं होता। 14 की उम्र में इस तरह का अनुभव कभी-कभी करियर का टर्निंग पॉइंट बन जाता है।
मैच इंग्लैंड के बेकेनहम मैदान पर खेला गया और ECB के यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीम किया गया। इस टेस्ट से इंडिया U19 का रेड-बॉल सफर शुरू हुआ, जिसमें टीम ने हाल ही में वनडे सीरीज़ में जीत दर्ज की थी। सारे क्रिकेट प्रशंसकों की निगाहें अब इस बात पर हैं कि अगली पारियों में सूर्यवंशी अपने आक्रामक अंदाज़ को टेस्ट क्रिकेट में कैसे ढालते हैं।
एक टिप्पणी लिखें