जब Jungle Camps India Limited ने 13 दिसंबर को अपने SME IPO के विभाजन आधार को अंतिम रूप दिया, निवेशकों ने तुरंत अपनी allotment स्थिति जानने की कोशिश की। यह कंपनी, जो न्यू दिल्ली (नई दिल्ली) में स्थित है और वन्यजीव कैंप एवं रिसॉर्ट क्षेत्र में काम करती है, ने 29.42 करोड़ रुपये के फंडिंग लक्ष्य को 494.58 गुना सब्सक्राइब किया।
IPO का सारांश और सब्सक्रिप्शन आंकड़े
IPO केवल एक फ़्रेश इश्यू था – 40.86 लाख शेयरों (₹68‑₹72 के प्राइस बैंड) की पेशकश की गई, कोई ऑफर‑फ़र‑सेल नहीं। Securities and Exchange Board of India ने इस SME ऑफर को BSE SME एक्सचेंज पर रजिस्टर किया। कुल 134 करोड़ शेयरों की बिड के साथ, सब्सक्रिप्शन दर 494.58‑गुना तक पहुँच गई।
- क्वालिफ़ाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स (QIB) – 7,76,320 शेयर, 196.52‑गुना सब्सक्राइब्ड
- नॉन‑इंस्ट्रिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) – 5,82,400 शेयर, 562.89‑गुना सब्सक्राइब्ड
- रिटेल इन्डिविजुअल इन्वेस्टर्स (RII) – 13,58,400 शेयर, 551.2‑गुना सब्सक्राइब्ड
- एंकर इन्केस्टर्स – 11,64,480 शेयर, 100 % अलॉटेड
सब्सक्रिप्शन पैटर्न तीन दिनों में तेज़ी से बढ़ा: पहले दिन 33.58‑गुना, दूसरे दिन 129.02‑गुना, और तीसरे दिन 460‑गुना तक पहुँच गया। यह उत्साह दर्शाता है कि वन्यजीव‑टूरिज़्म क्षेत्र में निवेशकों की भरोसा कितना मजबूत है।
वितरण प्रक्रिया और आधार निर्धारण
ऑफ़र समाप्त होने के बाद, Skyline Financial Services Private Limited (जिसे अक्सर Skylinerta कहा जाता है) ने allotment की गणना शुरू की। 13 दिसंबर को आधार निश्चित हुआ, और 16 दिसंबर को अनलॉटेड राशि का रिफंड शुरू किया गया। शेयरों की सूची 17 दिसंबर को BSE SME एक्सचेंज पर होगी, जिससे नई लिक्विडिटी और संभावित प्राइस अप्रेसिएशन का मौका मिलेगा।
एक स्रोत ने कहा, “डेटा दर्शाता है कि छोट‑मोटे उद्यमों के लिए इस तरह का मजबूत समर्थन भविष्य में और भी ज्यादा SME IPOs को प्रोत्साहित करेगा।”
निवेशकों के लिए स्थिति जांचने के कदम
स्थिति जानने के लिए तीन प्रमुख चैनल हैं:
- Skyline Financial Services की आधिकारिक वेबसाइट – Jungle Camps IPO allotment पेज पर जाएँ, ड्रॉप‑डाउन में ‘Jungle Camps’ चुनें, फिर PAN, एप्लिकेशन नंबर या DP ID डालें, ‘Search’ पर क्लिक करें। परिणाम में PAN, नाम (उदाहरण: Rakesh J), अप्लाइड शेयर और अलॉटेड शेयर दिखेंगे।
- BSE की वेबसाइट (BSEIndia.com) – ‘IPO’ सेक्शन में जाकर कंपनी का नाम लिखें, और ‘Allotment Status’ लिंक पर क्लिक करें।
- तीसरे‑पक्ष पोर्टल – Chittorgarh, InvestorGain, IPO Watch आदि भी समान जानकारी प्रदान करते हैं।
ध्यान रखें, लॉट साइज 1,600 शेयर है, इसलिए रिटेल निवेशकों को इस मात्रा के गुणकों में एप्लिकेशन देना होता है।
बाजार प्रभाव और भविष्य की संभावनाएँ
Jungle Camps की सफल लिस्टिंग से होटल‑एंड‑रेज़ॉर्ट सेक्टर, विशेषकर वन्यजीव‑टूरिज़्म, को नई पूँजी मिल रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस फंडिंग से कंपनी अपनी मौजूदा कैंपों को अपग्रेड करेगी और नई लोकेशनों में विस्तार करेगी। यह कदम निवेशकों को नये एसेट क्लास में प्रवेश देता है, जहाँ डिमांड लगातार बढ़ रही है।
एक वित्तीय विश्लेषक का कहना है, “यदि कंपनी अपने प्रोजेक्टेड कैपेक्स को सही दिशा में उपयोग करे, तो 2026 तक EPS में 30‑40 % की वृद्धि सम्भव है।”
नज़र में आगामी कदम
आगामी सप्ताह में, कंपनी का शेयर ट्रेडिंग शुरू होगा, और शुरुआती ट्रेडिंग वॉल्यूम देखना दिलचस्प रहेगा। साथ ही, SEC के साथ आगे के फॉलो‑अप फाइलिंग्स और संभावित डिविडेंड घोषणा भी निवेशकों की नज़र में रहेगी। जो निवेशकों को अभी तक अलॉटमेंट नहीं मिला, उन्हें 16 दिसंबर तक रिफंड मिल जाएगा, और उनका पूँजी फिर से अन्य अवसरों में लगाने का chance रहेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Jungle Camps IPO का आधार निर्धारण कब हुआ?
आधार निर्धारण 13 दिसंबर 2024 को Skyline Financial Services Private Limited द्वारा अंतिम रूप दिया गया। इसके बाद रिफंड प्रक्रिया 16 दिसंबर को शुरू हुई।
कौन‑सी प्लेटफ़ॉर्म पर मैं अपनी allotment स्थिति देख सकता हूँ?
आप Skyline Financial Services की वेबसाइट, BSEIndia.com, या Chittorgarh, InvestorGain, IPO Watch जैसे थर्ड‑पार्टी पोर्टल पर PAN, एप्लिकेशन नंबर या DP ID दर्ज करके तुरंत देख सकते हैं।
यदि मेरे आवेदन को अलॉट नहीं किया गया तो रिफंड कब मिलेगा?
रिफंड 16 दिसंबर 2024 को प्रोसेस होगा और लगभग 2‑3 कार्य दिवसों में आपके बैंक अकाउंट या जॉइंट‑होल्डिंग अकाउंट में क्रेडिट हो जाएगा।
शेयरों की लिस्टिंग कब और कहाँ होगी?
शेयरों की लिस्टिंग 17 दिसंबर 2024 को BSE SME एक्सचेंज पर होगी, जिससे सभी एलॉटेड शेयरों को तुरंत ट्रेडिंग के लिये उपलब्ध कराया जाएगा।
इस IPO के लिए फंड रेज़िंग का मुख्य उद्देश्य क्या है?
कंपनी इस पूँजी को अपने वन्यजीव कैंपों के विस्तार, नई रिसॉर्ट लोकेशनों के विकास, और समकालीन सेवाओं के लिए तकनीकी इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार में उपयोग करने की योजना बना रही है।
priyanka Prakash
इस IPO की भारी बुकिंग दिखाती है कि भारत में इको‑टूरिज़्म का भविष्य उज्ज्वल है।
Pravalika Sweety
जंगल कैंप्स का IPO सफल रहा, लेकिन निवेशकों को सभी आवश्यक दस्तावेज़ ठीक से जांचने चाहिए। ऑनलाइन स्थिति जांचना आजकल बहुत आसान हो गया है, बस सही पोर्टल पर PAN और एप्लिकेशन नंबर डालें।
anjaly raveendran
जंगल कैंप्स इंडिया लिमिटेड का SME IPO भारत के इको‑टूरिज़्म सेक्टर में एक मील का पत्थर है।
13 दिसंबर को उसके आधार निर्धारण से पता चला कि कुल 494.58‑गुना सब्सक्रिप्शन हुआ, जो ऐतिहासिक स्तर पर अत्यधिक है।
क्वालिफ़ाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स ने 196.52‑गुना सब्सक्राइब किया, जो संस्थागत भरोसे को दर्शाता है।
नॉन‑इंस्ट्रिट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने 562.89‑गुना सब्सक्राइब किया, जिससे ज्ञात होता है कि मध्यम वर्ग की इस क्षेत्र में रुचि बहुत गहरी है।
रिटेल इन्वेस्टर्स का सामान 551.2‑गुना सब्सक्रिप्शन भी उल्लेखनीय है, और यह दर्शाता है कि छोटे निवेशकों को भी इस प्रोजेक्ट में विश्वास है।
एंकर इन्केस्टर्स को 100 % अलॉटेड किया गया, जिससे सेक्टर में स्थिरता का समर्थन मिला।
सभी डेटा इस बात का संकेत देते हैं कि भविष्यात् वाइल्डलाइफ़ टूरिज़्म को बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित कर सकता है।
आधार निर्धारण के बाद, Skyline Financial Services ने अलॉटमेंट की गणना शुरू की और 16 दिसंबर को अनलॉटेड राशि का रिफंड प्रक्रिया शुरू हुआ।
इन सब प्रक्रियाओं में नियामक अनुपालन का पालन होना आवश्यक था, अन्यथा IPO को मंजूरी नहीं मिल पाती।
जंगल कैंप्स ने अपने फंड को कैंप्स के अपग्रेड, नई लोकेशन में विस्तार और तकनीकी इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार में उपयोग करने की योजना बनाई है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि कंपनी अपने प्रोजेक्टेड कैपेक्स को सही दिशा में उपयोग करती है, तो 2026 तक EPS में 30‑40 % की वृद्धि सम्भव है।
बाजार में इस IPO की सफल लिस्टिंग का प्रभाव नई SME कंपनियों को फंडिंग प्राप्त करने में प्रोत्साहन देगा।
बिल्डिंग फाइनेंसिंग के अलावा, कंपनी को भविष्य में डिविडेंड देने की संभावना भी है, जिससे निवेशकों को अतिरिक्त रिटर्न मिल सकता है।
बेसलाइन पर, शेयरों की लिस्टिंग 17 दिसंबर को BSE SME एक्सचेंज पर होगी, और ट्रेडिंग वॉल्यूम को देखना दिलचस्प रहेगा।
समग्र रूप में, यह IPO भारत में इको‑टूरिज़्म के विकास के लिए एक सकारात्मक संकेत है और निवेशकों को नये एसेट क्लास में प्रवेश का अवसर देता है।
Danwanti Khanna
बिल्कुल सही कहा, इस प्रक्रिया में हर कदम बहुत ही महत्वपूर्ण है, विशेषकर ऑनलाइन चेकिंग, सही पोर्टल का चयन, और PAN व एप्लिकेशन नंबर की पुष्टि, यह सब मिलकर निवेशकों को शांति देता है!
Shruti Thar
डेटा से स्पष्ट है कि सब्सक्रिप्शन दर अत्यधिक थी।
Nath FORGEAU
ye IPO badiya laga, sab log excited hain.
Hrishikesh Kesarkar
हां, पर रिफंड प्रोसेस समय पर होना चाहिए।
Manu Atelier
जंगल कैंप्स के IPO का विस्तृत विश्लेषण करने पर यह निष्कर्ष निकलता है कि संस्थागत तथा खुदरा दोनों वर्गों ने उच्च स्तर की सहभागिता प्रदर्शित की। इससे इस सेक्टर की दीर्घकालिक स्थिरता का अनुमान लगाया जा सकता है।
Anu Deep
इस सफलता से भारतीय वन्यजीव पर्यटन को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिलने की संभावना बढ़ती है, और यह स्थानीय समुदायों के लिए आर्थिक अवसर निर्मित कर सकता है।
Preeti Panwar
सही बात! 🌿 इस तरह की पहल से पर्यावरण संरक्षण में भी सहयोग मिलेगा और निवेशकों को सामाजिक जिम्मेदारी का एहसास होगा। 😊