लखनऊ के छात्र शांतनु द्विवेदी ने क्लैट 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए AIR 8 हासिल किया

/ द्वारा रिमा भारती / 0 टिप्पणी(s)
लखनऊ के छात्र शांतनु द्विवेदी ने क्लैट 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए AIR 8 हासिल किया

शांतनु द्विवेदी: असाधारण सफलता की ओर अग्रसर

लखनऊ के एक होनहार छात्र, शांतनु द्विवेदी ने कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) 2025 में अप्रत्याशित सफलता की कहानी लिखी है। सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, अलीगंज कैंपस 1 के छात्र शांतनु ने 120 में से 100.5 अंक हासिल कर पूरे देश में आठवीं रैंक प्राप्त की है। यह उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है और उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी कड़ी मेहनत और उनके शिक्षकों की उत्कृष्ट मार्गदर्शन को दिया है। शांतनु की इस उपलब्धि ने न केवल स्कूल बल्कि पूरे लखनऊ को गर्व से भर दिया है।

माता-पिता और शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान

शांतनु के माता-पिता और शिक्षकों का इस सफलता में अमूल्य योगदान रहा है। उनकी मां अनूपमा द्विवेदी ने व्यक्तिगत रूप से शांतनु को हमेशा मोटिवेट किया और हर कदम पर उनके साथ खड़ी रहीं। वहीं, सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के लिगल स्टडीज के शिक्षक श्वेतांक शर्मा का मार्गदर्शन भी शांतनु के लिए लाभप्रद साबित हुआ। श्वेतांक शर्मा खुद नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, पटना के स्नातक हैं और उनका इस क्षेत्र में विस्तृत अनुभव है, जिसने शांतनु को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, बंगलोर में प्रवेश की तैयारी

शांतनु ने अपनी अगली योजना के बारे में बताया कि वह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, बंगलोर में प्रवेश की तैयारी कर रहे हैं। CLAT का यह स्कोर उनके लिए इस प्रतिष्ठित संस्था में प्रवेश का द्वार खोलता है। इस परीक्षा में उनकी सफलता नाम के पीछे उनकी निष्ठा और समर्पण महत्वपूर्ण थे।

क्लैट परिणाम की घोषणा और आगे की प्रक्रिया

क्लैट 2025 के परिणामों की घोषणा शनिवार रात की गई थी। परिणाम आने के बाद, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज़ (NLUs) में प्रवेश की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। क्लैट स्कोर के आधार पर प्रवेश के लिए आगे की प्रक्रिया और काउंसलिंग की जानकारी जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी।

CMS के मैनेजर का बयान

सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के मैनेजर, गीता गांधी किंगडन ने शांतनु को बधाई देते हुए कहा कि उनकी यह सफलता उनकी कठिन परिश्रम और अध्यापकों के उत्कृष्ट मार्गदर्शन का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि ऐसी उपलब्धियाँ संस्था के विकास और शिक्षकगण के समर्पण को दर्शाती हैं। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए शांतनु का नाम हमेशा याद किया जाएगा।

भविष्य की चुनौतियाँ और अवसर

शांतनु अब अपनी अगली मानसिक और शैक्षणिक यात्रा की तैयारी में जुट गए हैं। वह उम्मीद करते हैं कि राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, बंगलोर में अध्ययन करके वह भारतीय कानून और न्याय प्रणाली के क्षेत्र में अहम योगदान दे सकें। उन्होंने बताया कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वह अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार हैं।

निष्कर्ष

शांतनु द्विवेदी की यह सफलता उनके परिश्रम और उनके परिवार और शिक्षकों के समर्थन का मिश्रण है। उनकी कहानी साबित करती है कि समर्पण और सही दिशा में मेहनत करके कोई भी बड़ी से बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकता है। शांतनु अब अन्य छात्रों के लिए एक प्रेरणा हैं जो अपने शैक्षिक और पेशेवर लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहते हैं।

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