कवियूर पोन्नम्मा: मलयालम सिनेमा की महान अभिनेत्री का निधन
मलयालम सिनेमा की वरिष्ठ और प्रिय actress कवियूर पोन्नम्मा का 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उन्होंने कोच्चि, केरल के एक निजी अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली। उनकी मौत की खबर सुनते ही सिनेमा जगत और उनके प्रशंसकों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है। उन्होंने लगभग छह दशकों तक मलयालम थिएटर और फिल्मों में काम किया और अपने अभिनय से दर्शकों का मन मोहा।
शानदार करियर और यादगार भूमिका
कवियूर पोन्नम्मा का करियर 1950 के दशक के अंत में मलयालम थिएटर से शुरू हुआ और वे जल्द ही फिल्मों में भी अपनी जगह बनाने लगीं। उन्होंने 700 से अधिक फिल्मों में काम किया और अधिकतर फिल्मों में मां और दादी की भूमिकाएं निभाईं। उनकी on-screen chemistry, विशेषकर अभिनेता मोहनलाल के साथ, दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय रही। पोन्नम्मा ने अपने करियर में सथ्यान, प्रेम नजीर, ममूटी और सुरेश गोपी जैसे कई धारदार अभिनेताओं के साथ भी यादगार भूमिकाएं अदा की।
अंतिम दिनों में स्वास्थ्य समस्याएं
हालांकि, उनके जीवन के अंतिम दिनों में उन्होंने गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं और कैंसर से जूझ रही थीं। 2022 में उनका आखिरी स्क्रीन अपीयरेंस था, जिसके बाद उनकी सेहत में गिरावट देखी गई। लेकिन तमाम संकटों के बावजूद, उन्होंने अपने करियर के दौरान उल्लेखनीय contributions दिए और फिल्म जगत में अपना अलग मुकाम बनाया।
व्यक्तिगत जीवन में दुखद क्षण
कवियूर पोन्नम्मा ने अपने जीवन में कई व्यक्तिगत त्रासदियों का सामना किया, जिसमें 2011 में उनके पति का निधन भी शामिल था। इसके बावजूद, उन्होंने अपनी कला के माध्यम से अपने दुख को शक्ति में बदलते हुए कई यादगार performances दीं। वह हमेशा अपने दर्शकों और प्रशंसकों के दिलों में जीवित रहेंगी।
मुख्यमंत्री और फिल्म जगत का शोक
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की और उनके योगदानों को स्मरण किया। मुख्यमंत्री ने कहा, 'कवियूर पोन्नम्मा ने मलयालम सिनेमा को अपने अद्वितीय अभिनय से समृद्ध किया और उनका निधन फिल्म जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।' इसके अलावा, अभिनेता पृथ्वीराज सहित कई अन्य कलाकारों ने भी उनका सम्मान और श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने पोन्नम्मा की dedication और talent की प्रशंसा की और कहा कि वह हमेशा दिलों में जीवित रहेंगी।
कवियूर पोन्नम्मा की विरासत
कवियूर पोन्नम्मा का नाम मलयालम सिनेमा के सुनहरे इतिहास में एक अनमोल कड़ी के रूप में दर्ज हो चुका है। उनके ना सिर्फ अनगिनत यादगार performances ने दर्शकों का दिल जीता बल्कि उन्होंने अपनी भूमिकाओं से समाज में एक मजबूत संदेश भी प्रेषित किया। उनकी विरासत हमेशा मलयालम सिनेमा के हर कोने में जीवित रहेगी।
अंत में, कवियूर पोन्नम्मा का निधन न केवल मलयालम सिनेमा बल्कि संपूर्ण भारतीय सिनेमा के लिए भी अपूरणीय क्षति है। उनके जाने से भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत हो गया है। हमारी श्रद्धांजलि और सम्मान उनके और उनके परिवार के प्रति हैं।
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