मिस यूनिवर्स 2025: फातिमा बॉश ने थाईलैंड के निर्देशक के विवादित टिप्पणी के बाद जीता ताज

/ द्वारा parnika goswami / 1 टिप्पणी(s)
मिस यूनिवर्स 2025: फातिमा बॉश ने थाईलैंड के निर्देशक के विवादित टिप्पणी के बाद जीता ताज

जब फातिमा बॉश ने 22 नवंबर, 2025 को बैंकॉक के एक रंगीन स्टेज पर मिस यूनिवर्स 2025 का ताज अपने सिर पर रखा, तो दर्शकों की आँखों में खुशी के साथ-साथ एक अजीब सी चिंता भी थी। क्योंकि ये जीत सिर्फ एक सुंदरता प्रतियोगिता की जीत नहीं थी — ये एक अपमान, एक विरोध और एक अटूट इरादे की जीत थी। बैंकॉक के आयोजन में शामिल होने से पहले ही, बॉश को एक ऐसी घटना का सामना करना पड़ा जिसने पूरी प्रतियोगिता का माहौल बदल दिया।

विवाद की शुरुआत: एक टिप्पणी ने बदल दिया सब कुछ

प्री-फाइनल इवेंट के दौरान, नवत इत्सारग्रिसिल, मिस थाईलैंड पेजेंट के निर्देशक, ने बॉश के सामने खुले तौर पर कहा, "अगर तुम अपने राष्ट्रीय निर्देशक के आदेश मानती हो, तो तुम मूर्ख हो।" ये शब्द न सिर्फ बॉश के लिए, बल्कि पूरी प्रतियोगिता के लिए एक बिजली की तरह गूंजे। बॉश ने इस टिप्पणी के खिलाफ बात करने की कोशिश की, लेकिन इत्सारग्रिसिल ने अपनी बात दोहराई और सुरक्षा को उसे हटाने के लिए भेज दिया। बॉश ने तुरंत स्टेज छोड़ दिया — और उसके बाद, जैसे एक लहर फैल गई, कई प्रतियोगिनियाँ भी निकल गईं। यहाँ तक कि वर्तमान मिस यूनिवर्स 2024, विक्टोरिया क्जेयर थीलविग, भी समर्थन में वापस चली गईं।

क्या हुआ था वास्तव में? दो अलग कहानियाँ

इत्सारग्रिसिल ने बाद में दावा किया कि उन्होंने "मूर्ख" नहीं, बल्कि "क्षतिग्रस्त" शब्द का इस्तेमाल किया था — लेकिन वीडियो और अन्य प्रतियोगियों के बयानों के मुताबिक, शब्द स्पष्ट था। दो न्यायाधीशों ने इस घटना के बाद इस्तीफा दे दिया, और कम से कम आठ प्रतियोगिनियाँ प्रतियोगिता से बाहर हो गईं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, इत्सारग्रिसिल के व्यवहार के खिलाफ बैंकॉक के एक बड़े होटल में एक अनौपचारिक धरना भी हुआ। इस बीच, बॉश को अपने देश में एक हीरो बना दिया गया। उसके घर, टेपा, ताबास्को, मैक्सिको, में लोगों ने उसके लिए रातोंरात जश्न मनाया।

फातिमा बॉश: एक शिक्षित, सक्रिय और अटूट आत्मा

फातिमा बॉश सिर्फ एक सुंदरता रानी नहीं हैं। वो 17 साल की उम्र में ही मिस टैबास्को जीत चुकी थीं। उन्होंने अमेरिकन यूनिवर्सिटी और मैक्सिको में फैशन में स्नातक किया। उनके माता-पिता, बर्नार्डो बॉश हर्नांडेज और वैनेसा फर्नांडेज बल्बोआ, ने उन्हें शिक्षा और स्वाभिमान के साथ बड़ा किया। उनके भाई बर्नार्डो भी उनके साथ हैं — एक छोटे से शहर से निकलकर वो आज दुनिया के सबसे बड़े पेजेंट का ताज पहन चुकी हैं।

उनका काम सिर्फ पेजेंट तक सीमित नहीं है। वो एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने मैक्सिको में महिलाओं की शिक्षा और अधिकारों के लिए काम किया है। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करने के लिए सार्वजनिक भाषण दिए, और युवा लड़कियों को डर से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। जब उन्होंने मिस यूनिवर्स मैक्सिको का ताज जीता, तो उनका विजय गीत सिर्फ एक शहर तक नहीं पहुँचा — ये पूरे देश की आवाज बन गया।

फाइनल: शांति के साथ जीत

जब फाइनल का दिन आया, तो बैंकॉक के स्टेडियम में एक अजीब सी शांति थी। कोई जोश नहीं, कोई बहुत ज्यादा नारे नहीं। बल्कि एक गहरा सम्मान। बॉश ने जवाब देते समय अपनी आवाज में भावना नहीं, बल्कि विचार लाए। उन्होंने कहा, "मैं एक सुंदरता नहीं, एक आवाज हूँ।" जब विक्टोरिया ने उन्हें ताज दिया, तो पूरा स्टेज चुप रह गया — और फिर एक लंबा, भावुक तालियों का तूफान आया।

टॉप 12 में शामिल थीं: ग्वाडेलूप, मैक्सिको, प्यूर्टो रिको, चिली, कोलंबिया, क्यूबा, कोट डी'आइवोर, वेनेजुएला, चीन, फिलीपींस, थाईलैंड और माल्टा। लेकिन जीत थी बॉश की — न कि थाईलैंड की, जिसकी प्रतियोगिनी प्रणव सिंह ने दूसरा स्थान पाया।

इतिहास का एक पल

मिस यूनिवर्स के 74 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि एक प्रतियोगिनी ने एक निर्देशक के व्यवहार के खिलाफ स्टेज छोड़ दिया — और फिर भी वही जीत गई। इस घटना ने दुनिया भर के पेजेंट संगठनों को अपनी नीतियों के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया। अब तक, कोई भी निर्देशक या ऑर्गनाइजर ने खुले तौर पर इत्सारग्रिसिल का समर्थन नहीं किया।

अगला कदम: एक नई आवाज का सफर

अब फातिमा बॉश के सामने दुनिया का दरवाजा खुला है। उन्हें यूनेस्को, WHO और महिला संगठनों के साथ काम करने के निमंत्रण मिल चुके हैं। उनकी आत्मकथा पर एक डॉक्यूमेंट्री भी तैयार है। उनका मकसद? उनकी जैसी हजारों लड़कियों को अपनी आवाज देना। जहाँ एक शब्द ने उन्हें अपमानित किया, वहीं एक आवाज ने पूरी दुनिया को जगा दिया।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

फातिमा बॉश ने मिस यूनिवर्स जीतने के बाद क्या कहा?

फातिमा बॉश ने विजय के बाद कहा, "मैं एक सुंदरता नहीं, एक आवाज हूँ।" उन्होंने यह भी कहा कि इस जीत का श्रेय उन सभी लड़कियों को है जिन्होंने उनके साथ खड़े होकर अपमान के खिलाफ विरोध किया। उनका संदेश स्पष्ट था — सुंदरता का अर्थ सिर्फ बाहरी रूप नहीं, बल्कि साहस और सच्चाई है।

नवत इत्सारग्रिसिल के व्यवहार का क्या हुआ?

इत्सारग्रिसिल को आधिकारिक रूप से निलंबित किया गया है, और मिस थाईलैंड पेजेंट के बोर्ड ने उनके खिलाफ जाँच शुरू कर दी है। उन्हें अंतरराष्ट्रीय मिस यूनिवर्स संगठन से भी अलग कर दिया गया है। उनके व्यवहार को बहुत सारे नेताओं ने आलोचित किया, जिनमें थाईलैंड के एक सांसद भी शामिल हैं।

इस घटना ने मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता को कैसे बदल दिया?

इस घटना के बाद, मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन ने एक नया नियम लागू किया है: कोई भी निर्देशक या अधिकारी प्रतियोगियों के साथ अपमानजनक भाषा या व्यवहार नहीं कर सकता। अब हर निर्देशक को आचार संहिता की प्रशिक्षण देना अनिवार्य है। यह एक ऐतिहासिक बदलाव है।

फातिमा बॉश के बारे में क्या अज्ञात तथ्य हैं?

फातिमा बॉश को बचपन से ही लेखन पसंद था। उन्होंने 18 साल की उम्र में एक छोटी किताब लिखी थी, जिसका शीर्षक था — "मैं नहीं डरती"। यह किताब अब मैक्सिको के स्कूलों में पढ़ाई जा रही है। उनका पसंदीदा रंग नीला है, और वो हर दिन एक नई लड़की को लिखकर प्रेरित करती हैं।

टिप्पणि

  • Sanket Sonar
    Sanket Sonar

    फातिमा ने जो किया वो सिर्फ एक टाइटल जीतने के बारे में नहीं था ये एक सिस्टम के खिलाफ एक स्टेटमेंट था
    और ये जीत उसकी आवाज की जीत है न कि सुंदरता की

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