आईएसएस पर सुनीता विलियम्स का 59वां जन्मदिन
नासा की प्रसिद्ध अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने 19 सितंबर, 2024 को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर अपना 59वां जन्मदिन मनाया। यह विशेष मौका उनके जीवन का दूसरा ऐसा अवसर है जब उन्होंने अंतरिक्ष में अपना जन्मदिन मनाया। पहली बार उन्होंने 2012 में अपने अभियान 32/33 मिशन के दौरान इस अद्वितीय अनुभव का आनंद लिया था।
सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर, 1965 को ओहायो के यूक्लिड शहर में हुआ था। वे अपने पिता के माध्यम से भारत से गहरा जुड़ाव रखती हैं। वर्तमान में, वह जून 2024 से आईएसएस पर अपने साथी अंतरिक्ष यात्री बैरी विलमोर के साथ क्रू सदस्य के रूप में सेवाएं दे रही हैं। बोइंग के स्टारलिनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी समस्याओं की वजह से उनके मिशन का समय बढ़ा दिया गया है, और अब वे फरवरी 2025 में स्पेसएक्स के ड्रैगन क्रू अंतरिक्ष कैप्सूल के माध्यम से पृथ्वी पर लौटेंगी।
आईएसएस पर महत्वपूर्ण कार्यों में जुटी सुनीता
सुनीता विलियम्स ने अपने जन्मदिन के मौके पर कोई छुट्टी नहीं ली। इसके विपरीत, उन्होंने महत्वपूर्ण रखरखाव कार्यों और वैज्ञानिक अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित किया। अपने साथी अंतरिक्ष यात्री डॉन पेटिट के साथ मिलकर उन्होंने आईएसएस के जीवन समर्थन प्रणालियों की देखरेख की और स्टेशन के वेस्ट और हाइजीन कंपार्टमेंट, जिसे स्पेस बाथरूम के रूप में भी जाना जाता है, के फ़िल्टरों को बदलने में मदद की।
रखरखाव कार्यों के अलावा, विलियम्स ने ह्यूस्टन के मिशन कंट्रोल सेंटर में फ्लाइट डायरेक्टर्स के साथ एक बैठक में भी भाग लिया, जिसमें उन्होंने मिशन के उद्देश्यों और भविष्य के कार्यों पर चर्चा की। उन्होंने कोलंबस प्रयोगशाला मॉड्यूल के अंदर कार्गो को व्यवस्थित करने का कार्य भी संभाला ताकि आईएसएस के अंदर अंतरिक्ष और संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सके।
विशेष संगीत श्रद्धांजलि
उनके जन्मदिन को और खास बनाने के लिए, भारतीय संगीत कंपनी सरेगामा ने उन्हें एक विशेष संगीत श्रद्धांजलि दी। इसमें प्रसिद्ध भारतीय गायक सोनू निगम, शान, हरिहरन, और नीति मोहन ने मोहम्मद रफ़ी के पुराने जन्मदिन गीत 'बार बार दिन ये आए' का एक अनोखा संस्करण प्रस्तुत किया। इस श्रद्धांजलि को सरेगामा ने इंस्टाग्राम पर साझा किया, और फिल्म निर्माता करण जौहर ने भी सुनीता को शुभकामनाएं दीं।
सुनीता विलियम्स का अद्वितीय करियर
1998 से नासा की अंतरिक्ष यात्री रही सुनीता विलियम्स ने अपने सैन्य अनुभव के आधार पर 2,770 से अधिक उड़ान घंटे पूरे किए हैं। उन्होंने अपने विभिन्न मिशनों के दौरान 322 से अधिक दिनों तक अंतरिक्ष में समय बिताया है। महिला अंतरिक्ष यात्रियों में, उनकी 50 घंटे और 40 मिनट की बाह्यवाहन गतिविधि (स्पेसवॉक) का रिकॉर्ड दूसरा सबसे ऊँचा है।
वर्तमान मिशन की चुनौतियाँ
सुनीता विलियम्स का वर्तमान मिशन जून 2024 में शुरू हुआ था, जिसे स्टारलिनर अंतरिक्ष यान में आई तकनीकी समस्याओं के बावजूद बढ़ा दिया गया है। इसके बावजूद, विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री महत्वपूर्ण वैज्ञानिक अनुसंधान और रखरखाव कार्यों को अंजाम देने में जुटे हुए हैं, जिससे आईएसएस की सुरक्षा और कार्यक्षमता बनी रहे।
सुनीता विलियम्स का जन्मदिन केवल एक खास दिन नहीं था, बल्कि यह दिन ऐसे सभी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान में रुचि रखते हैं। उनकी यह कहानी हमें यह सिखाती है कि चाहे परिस्थिति कैसी भी हो, हमें अपने कर्तव्यों और लक्ष्यों की ओर ध्यान केंद्रित रखना चाहिए। सुनीता ने न केवल अपने कार्यों से बल्कि अपने समर्पण और दृढ़ संकल्प से भी एक मिसाल क़ायम की है।
एक टिप्पणी लिखें